संत-महात्माओं व शूरवीरों की पावन पवित्र भक्तिमय धरा, मरूभूमि, मरूस्थल मारवाड़ माटी राजस्थान में परम पुज्य श्रद्धेय बाल संत स्वामी श्री सत्यप्रकाशजी महाराज का जन्म (2/2/1996) सनातन पञ्चाङ्ग के अनुसार विक्रम संवत 2052, बसन्तोत्सव, चैत्र मास, कृष्ण पक्ष, दूज को ब्रह्म मुहूर्त की शुभ वेला पर हुआ, आपने बाल्यावस्था में गुरूवर संत श्री राजारामजी महाराज व श्रद्धेय संत श्री कृपारामजी महाराज से संन्यास दीक्षा ली, शिष्य बने और गुरू शरण में रहने लगे, आपश्री निश्वार्थ सनातन धर्म, भक्ति का प्रचार प्रसार व जनकल्याण की भावना से श्रीमद भागवत कथा, शिव महापुराण, श्री रामकथा, नैनी बाई रो मायरो, सत्संग-प्रवचन, भजन-संध्या, ध्यान योग शिविर आदि पुनीत कार्य करके जन-जन को लाभान्वित कर रहे हैं ।